मुख्य पृष्ठस्तोत्र सूची
hero

स्तोत्र

संस्कृत साहित्य में किसी देवी-देवता की स्तुति में लिखे गये काव्य को स्तोत्र कहा जाता है (स्तूयते अनेन इति स्तोत्रम्)। संस्कृत साहित्य में यह स्तोत्रकाव्य के अन्तर्गत आता है। महाकवि कालिदास के अनुसार स्तोत्रं कस्य न तुष्ट ये अर्थात् विश्व में ऐसा कोई भी प्राणी नहीं है जो स्तुति से प्रसन्न न हो जाता हो। इसलिये विभिन्न देवताओं को प्रसन्न करने हेतु वेदों, पुराणों तथा काव्यों में सर्वत्र सूक्त तथा स्तोत्र भरे पड़े हैं। अनेक भक्तों द्वारा अपने इष्टदेव की आराधना हेतु स्तोत्र रचे गये हैं। विभिन्न स्तोत्रों का संग्रह स्तोत्ररत्नावली के नाम से उपलब्ध है।

अस्वीकरण

इस पटल पर उपलब्ध सभी ग्रंथ व शास्त्र भारतीय ऋषियों, मनीषियों व ज्ञानियों की कृति होने के कारण पूरे भारतीय समाज की धरोहर है । यह संपूर्ण संकलन भिन्न भिन्न ऑनलाइन स्थानों से प्राप्त किया गया है जिनका संदर्भ संबंधित ग्रंथ/शास्त्र के पृष्ठ पर दिया गया है । वज्रकुल या वज्रसंस्कृति का उन पर किसी भी प्रकार का स्वामित्व नही है और ना ही वज्रकुल या वज्रसंस्कृति किसी सामग्री की पूर्ण शुद्धता या सटीकता का उत्तरदायित्व लेते हैं । जो भी स्वयं को उन महान पूर्वजों के वंशज व भारतीय संस्कृति की संतान मानते हैं या उस महान ज्ञान की धरोहर के अध्ययन में रूचि रखते हैं, एक ही पटल पर उपलब्ध यह सारा संकलन उनके हितार्थ वज्रकुल संस्था की ओर से तुच्छ भेंट है 🙏